BK Dr Surender Sharma
Murli 28-10-2023
28-10-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन “मीठे बच्चे – बेहद सर्विस के लिए तुम्हारी बुद्धि चलनी चाहिए। ऐसी बड़ी घड़ी बनाओ जिसके कांटों में रेडियम हो जो दूर से ही चमकता रहे। प्रश्नः- सर्विस की वृद्धि के लिए कौन-सी युक्ति रचनी चाहिए? उत्तर:- जो-जो महारथी होशियार बच्चे हैं उनको अपने पास बुलाना चाहिए। महारथी बच्चे चक्कर लगाते … Read more
MURLI 27-10-2023
27-10-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारी दिल में खुशी के नगाड़े बजने चाहिए क्योंकि बेहद का बाप तुम्हें बेहद का वर्सा देने आया है” प्रश्नः- माया ने मनुष्यों को किस भ्रम में भरमा दिया है जिस कारण वे स्वर्ग में चलने का पुरुषार्थ नहीं कर सकते? उत्तर:- माया का यह जो पिछाड़ी का … Read more
MURLI 26-10-2023
26-10-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन MURLI 26-10-2023 “मीठे बच्चे – अभी घोर अन्धियारा, भयानक रात पूरी हो रही है, तुम्हें दिन में चलना है, यह ब्रह्मा के बेहद दिन और रात की ही कहानी है” प्रश्नः- सेकेण्ड में जीवनमुक्ति प्राप्त करने वा हीरे तुल्य जीवन बनाने का आधार क्या है? उत्तर:- सच्ची गीता। जो श्रीमद् भगवानुवाच … Read more
Murli 25-10-2023 “मीठे बच्चे – तुम बेहद के बाप को याद करो, इसमें ही ज्ञान, भक्ति और वैराग्य तीनों समाया हुआ है, यह है नई पढ़ाई”
25-10-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन Murli 25-10-2023 “मीठे बच्चे – तुम बेहद के बाप को याद करो, इसमें ही ज्ञान, भक्ति और वैराग्य तीनों समाया हुआ है, यह है नई पढ़ाई” प्रश्नः- संगम पर ज्ञान और योग के साथ-साथ भक्ति भी चलती है – कैसे? उत्तर:- वास्तव में योग को भक्ति भी कह सकते हैं क्योंकि … Read more
Murli 24-10-2023 “मीठे बच्चे – तुम्हें बड़ा विचित्र उस्ताद मिला है, तुम उसकी श्रीमत पर चलो तो डबल सिरताज देवता बन जायेंगे”
24-10-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन Murli 24-10-2023 “मीठे बच्चे – तुम्हें बड़ा विचित्र उस्ताद मिला है, तुम उसकी श्रीमत पर चलो तो डबल सिरताज देवता बन जायेंगे” प्रश्नः- पढ़ाई में कभी भी थकावट न आये उसका सहज पुरुषार्थ क्या है? उत्तर:- पढ़ाई के बीच में जो कभी निंदा-स्तुति, मान-अपमान होता है, उसमें स्थिति समान रहे, उसे … Read more
Murli 22-08-2023
22-08-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन “मीठे बच्चे – बाप आये हैं कलियुग की महफिल में, यह बहुत बड़ी महफिल है, इस महफिल में तुम परवाने शमा पर फिदा हो पावन बनते हो” प्रश्नः- यदि बच्चों का पुरुषार्थ अब तक भी चींटी मार्ग का है तो उसका कारण क्या? उत्तर:- कई बच्चों में रूठने की आदत है, … Read more
Murli 21-08-2023
21-08-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन “मीठे बच्चे – यह पुरानी दुनिया अब मिट्टी में मिल धूलछाई हो जायेगी, इसलिए इस धूल में मिलने वाली दुनिया से अपना बुद्धियोग निकाल दो” प्रश्नः- मनुष्यों की कौन-सी चाहना एक बाप ही पूरी कर सकते हैं? उत्तर:- मनुष्य चाहते हैं शान्ति हो। लेकिन अशान्त किसने बनाया है, यह नहीं जानते … Read more
Murli 01-02-2023
01-02-2023 प्रात:मुरलीओम् शान्ति“बापदादा”‘ मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारी नज़र किसी भी देह-धारी की तरफ नहीं जानी चाहिए, क्योंकि तुम्हें पढ़ाने वाला स्वयं निराकार ज्ञान सागर बाप है” प्रश्नः- ऊंच पद के लिए कौन सी एक मेहनत तुम बच्चे गृहस्थ व्यवहार में रहते भी कर सकते हो? उत्तर:- गृहस्थ व्यवहार में रहते सिर्फ ज्ञान कटारी चलाओ। … Read more